श्री अमरनाथ यात्रा 2025: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
इस साल भी श्री अमरनाथजी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। यात्रा पर जाने से पहले आपको ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। नीचे स्टेप-बाय-स्टेप गाइड दी गई है: – Amarnath Yatra 2025 Online Registration
📝 रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
- वैध आईडी प्रूफ (आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मेडिकल सर्टिफिकेट
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
🖥️ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन स्टेप्स
- ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं: https://jksasb.nic.in
- “Register for Yatra 2025” पर क्लिक करें।
- सभी जरूरी जानकारी भरें (नाम, पता, आईडी प्रूफ आदि)।
- मेडिकल फॉर्म अपलोड करें।
- पेमेंट करें (रजिस्ट्रेशन फीस ₹150/- होती है)।
- रजिस्ट्रेशन स्लिप डाउनलोड करके प्रिंट आउट निकाल लें।
⚠️ ध्यान दें: बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं है!
श्री अमरनाथजी यात्रा के लिए निर्देश
श्री अमरनाथजी यात्रा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और पवित्र हिंदू तीर्थयात्राओं में से एक है। प्रत्येक वर्ष, हजारों श्रद्धालु जम्मू और कश्मीर की दुर्गम पहाड़ियों में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए खिंचे चले आते हैं । यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह प्रकृति की भव्यता और मानव आस्था की अटूट शक्ति का भी प्रतीक है। 2025 में इस पवित्र यात्रा में भाग लेने के इच्छुक भक्तों के लिए, यह आवश्यक है कि वे पंजीकरण प्रक्रिया और यात्रा से जुड़े महत्वपूर्ण निर्देशों से अच्छी तरह परिचित हों । यह ब्लॉग पोस्ट आपको 2025 की श्री अमरनाथजी यात्रा के लिए पंजीकरण करने और अपनी तीर्थयात्रा को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए आवश्यक सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगी। – Amarnath Yatra 2025 Online Registration
2025 यात्रा की मुख्य बातें: यात्रा कब शुरू और समाप्त होगी, पंजीकरण कब शुरू हो रहा है
वर्ष 2025 की श्री अमरनाथजी यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू होगी और 9 अगस्त 2025 को श्रावण पूर्णिमा के दिन समाप्त होगी । इस पवित्र यात्रा के लिए पंजीकरण 14 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुका है । यात्रा की कुल अवधि लगभग 38 दिनों की है, और पंजीकरण यात्रा शुरू होने से लगभग तीन महीने पहले प्रारंभ हो गया है। यह समय भक्तों को अपनी यात्रा की योजना बनाने, आवश्यक व्यवस्थाएँ करने और पंजीकरण प्रक्रिया को आराम से पूरा करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। तीर्थयात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए जल्द से जल्द अपना पंजीकरण करा लें।
Medical Certificate कैसे बनवाएं – बहुत ही आसानी से
- COMPULSORY HEALTH CERTIFICATE FOR SHRI AMARNATHJI YATRA 2025 इस पीडीऍफ़ को डाउनलोड करके प्रिंट करें l
- अपने नजदीकी जिला अस्पताल पर जाएँ, वहां पर कुछ पंजीकृत डॉक्टर हैं केवल उनको ही Authotized किया गया है l
- डॉक्टर आपका सेहत का चेकअप करेंगे और रिपोर्ट देंगे जो श्री अमरनाथजी द्वारा जारी COMPULSORY HEALTH CERTIFICATE है l
- डॉक्टर का हस्ताक्षर व मोहर लगवा कर उसको अच्छे से स्कैन करें और उसको अपलोड कर सकते हैं l
श्री अमरनाथ यात्रा 2025: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
Step 1: सबसे पहले Shri Amarnath Shrine Board की अधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in/ को ओपन करना है और दिए गए आप्शन में से Click Here to Register – Registration is Open पर क्लिक करें l उसके बाद ऐसे ओपन होगा l
Step 2: उसके बाद Instructions For Shri Amarnathji Yatra का पेज ओपन होगा उसको ध्यानपूर्वक पढ़ लें और सबसे नीचे आ जाये I Agree पर ट्रिक करें उसके बाद Register पर क्लिक करें l ओपन करते ही Yatri Registration फॉर्म खुल जायेगा जिसको ध्यानपूर्वक सही सही विवरण दर्ज करना होगा l – Amarnath Yatra 2025 Online Registration
Step 3: इस फॉर्म को भरना है, सबसे पहले Route of Yatra को चुनें आप जिस रास्ते से जाना चाहते हैं दोनों रास्ता सही है अप कोई भी चुन सकते हैं l Date of Yatra में आप जिस दिन दर्शन करना चाहते हैं वो दिनांक चुनें l और उपलब्धता चेक करें l
Step 4: वेबसाइट पर दिया गया फॉर्म को अच्छे से सही सही भरें और फाइनल सबमिट करें l
Step 5: सब विवरण अच्छे से मिलाने के बाद फाइनल सबमिट करें l बहुत ही आसान है इसको ऑनलाइन करना l फाइनल सबमिट के बाद OTP जायेगा l Click Here पर क्लिक करें उसके बाद आपके मोबाइल पर 8 अंकों का OTP आ जायेगा उसको दर्ज करें l – Amarnath Yatra 2025 Online Registration
Step 5: अब आपको भुगतान करने की जरुरत पड़ेगी l श्री अमरनाथ श्रीन बोर्ड द्वारा निर्धारित शुल्क 150 भारतीय रुपये हैं l जिसको आप ऑनलाइन पेमेंट गेटवे के माध्यम से कर सकते हैं l इसमें 2 विकल्प मिलेंगे HDFC Payment और ICICI Payment दोनों में से कोई एक सेलेक्ट करके पेमेंट करें l सबसे अच्छा HDFC Payment है जिससे पेमेंट करना बहुत ही आसान है l –
Step 6: भुगतान करने के लिए यहाँ क्लिक करें उसके बाद आपकी विवरण खुल जाएगी l
- जीवन बीमा सलाहकार से बात करने के लिए क्लिक करें l
- IFN Info के बारे में जानने के लिए क्लिक करें l
- इस तरह का कंटेंट लिख कर फेमस होकर पैसा कमाना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें l
Step 7: यह प्रक्रिया का अंतिम चरण है, भुगतान करने के बाद अब आप Shri Amarnathji Yatra YATRA PERMIT डाउनलोड कर सकते हैं l इसको डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें l उसके बाद Enter Yatri Application No. और Enter Mobile No. दर्ज करें उसके बाद सबमिट करें l सबमिट करते ही अगर आपका भुगतान सफलतापूर्वक हो गया होगा तो यात्रा परमिट डाउनलोड हो जायेगा l
श्री अमरनाथजी यात्रा महत्वपूर्ण लिंक
| Yatra Permit Registration | ओपन करने के लिए यहाँ क्लिक करें |
| Make Payment / Download Permit | ओपन करने के लिए यहाँ क्लिक करें |
| Make Donations Online | ओपन करने के लिए यहाँ क्लिक करें |
| Book Prasad / Virtual Pooja Services | ओपन करने के लिए यहाँ क्लिक करें |
| Offial Link | ओपन करने के लिए यहाँ क्लिक करें |
श्री अमरनाथजी यात्रा से सम्बंधित पूछ-ताछ
| नवम्बर से अप्रैल महीने में संपर्क करने हेतु | मई से अक्टूबर महीने में संपर्क करने हेतु |
| Shri Amarnath Shrine Board Chaitanya Ashram, Talab Tillo, Jammu, Pin Code: 180002, Phone No. : +91-191-2555662, 2503399 Tele Fax: 0191-2503399, Email: sasbjk2001@gmail.com | Shri Amarnath Shrine Board 2nd Floor, Block- III, Engineering Complex, Raj Bagh Srinagar, Pin Code: 190008, Phone No. : +91-194-2313146, 2313147, 2313148, 2313149 Tele Fax: +91-194-2501679 Email: sasbjk2001@gmail.com |
श्री अमरनाथजी यात्रा में जानें से पहले स्वास्थ्य सलाह जान लें – Health Advisory
स्वास्थ्य सलाह
- श्री अमरनाथजी की पवित्र गुफा की तीर्थयात्रा में 14000 फीट की ऊँचाई पर ट्रेकिंग शामिल है।
- यात्रियों को निम्न लक्षणों के साथ उच्च ऊंचाई की बीमारी हो सकती है: भूख न लगना, मतली, उल्टी, थकान, कमजोरी, चक्कर आना, चक्कर आना और सोने में कठिनाई, दृश्य हानि, मूत्राशय की शिथिलता, आंत्र शिथिलता, आंदोलनों के समन्वय की हानि, शरीर के एक तरफ पक्षाघात, धीरे-धीरे चेतना का नुकसान और मानसिक स्थिति में परिवर्तन, उनींदापन, सीने में जकड़न, पेट भरा होना, भीड़, तेज़ साँस लेना और हृदय गति में वृद्धि।
- यदि उच्च ऊंचाई की बीमारी का समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह कुछ ही घंटों में घातक हो सकती है।
ऊँचाई पर होने वाली बीमारियों से बचने के लिए क्या करें
- शारीरिक तंदुरुस्ती हासिल करके यात्रा की तैयारी करें – यात्रा से कम से कम एक महीने पहले सुबह/शाम की सैर शुरू करना उचित है, लगभग 4-5 किलोमीटर प्रतिदिन।
- शरीर की ऑक्सीजन दक्षता में सुधार के लिए गहरी साँस लेने के व्यायाम और योग, विशेष रूप से प्राणायाम शुरू करें।
- यदि आपको पहले से कोई चिकित्सा समस्या है, तो ऊँचाई पर जाने से पहले अपने चिकित्सक से जाँच करवाएँ।
- चढ़ते समय धीरे-धीरे चलें और खुद को ढालने के लिए समय लें- खड़ी चढ़ाई पर थोड़ी देर आराम करें।
- अपनी सामान्य क्षमता से ज़्यादा मेहनत करने से बचें।
- विभिन्न स्थानों पर अनिवार्य रूप से आराम करें और समय दर्ज करना सुनिश्चित करें और अगले स्थान की ओर बढ़ते समय डिस्प्ले बोर्ड पर बताए गए आदर्श चलने के समय को लें।
- कोई भी दवा लेने से पहले अपने चिकित्सक से जाँच करवाएँ।
- डिहाइड्रेशन और सिरदर्द से निपटने के लिए खूब पानी पिएँ – प्रतिदिन लगभग 5 लीटर तरल पदार्थ।
- थकान कम करने और निम्न रक्त शर्करा के स्तर को रोकने के लिए भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें।
- अपने साथ पोर्टेबल ऑक्सीजन ज़रूर लाएँ, क्योंकि अगर आपको साँस लेने में कठिनाई हो रही हो, तो यह मददगार साबित हो सकता है।
- अगर आपको ऊँचाई से जुड़ी बीमारी के लक्षण दिखने लगें, तो तुरंत नीचे उतर जाएँ।
- अगर कुछ हफ़्ते पहले अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद आपके स्वास्थ्य की स्थिति में कोई बदलाव होता है, तो तीर्थयात्रा पर जाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
- ऊँचे स्थान पर होने वाली बीमारी या किसी अन्य असुविधा के लक्षण दिखने पर, हर 2 किलोमीटर पर स्थित निकटतम चिकित्सा सुविधा से तुरंत संपर्क करें।
ऊंचाई पर होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए क्या न करें
- ऊंचाई पर होने वाली बीमारियों के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें।
- शराब, कैफीन युक्त पेय या धूम्रपान न करें।
- यदि आपको ऊंचाई पर होने वाली बीमारी है, तो आगे न चढ़ें। इसके बजाय, तुरंत ऐसी ऊंचाई पर उतरें जहाँ आप खुद को ढाल सकें।
- बीमार यात्री की हर बात पर विश्वास न करें क्योंकि उसकी निर्णय क्षमता कमज़ोर होती है।
श्री अमरनाथ यात्रा कैसे जाएँ – How To Reach
हवाईजहाज से
सड़क द्वारा
ट्रेन से
टिकट बुक करने हेतु यहाँ क्लिक करें – हवाई जहाज टिकट, ट्रेन टिकट, बस टिकट, होटल बुकिंग
श्री अमरनाथ यात्रा एक कठिन यात्रा है, इसलिए तीर्थयात्रियों के लिए कुछ स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करना और एक अनिवार्य चिकित्सा प्रमाणपत्र प्राप्त करना आवश्यक है।
- आयु सीमा: केवल 13 से 70 वर्ष की आयु के तीर्थयात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति है ।
- जन्म तिथि पात्रता: तीर्थयात्रियों का जन्म 10 अगस्त, 1955 और 30 मई, 2012 के बीच होना चाहिए ।
- गर्भावस्था प्रतिबंध: 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को यात्रा करने की अनुमति नहीं है ।
- चिकित्सा स्थिति संबंधी सलाह: गंभीर बीमारियों या विकलांगता वाले व्यक्तियों को इस शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है ।
- CHC का महत्व: उच्च ऊंचाई वाली यात्रा के लिए फिटनेस सुनिश्चित करने और चिकित्सा आपात स्थितियों को रोकने के लिए यह अनिवार्य आवश्यकता है ।
- यात्रा से पहले फिटनेस टिप्स: यात्रा से कम से कम एक महीने पहले सुबह/शाम 4-5 किमी की तैयारी पैदल चलना शुरू करें। ऑक्सीजन दक्षता में सुधार के लिए गहरी साँस लेने के व्यायाम और योग (प्राणायाम) का अभ्यास करें ।
- क्या करें: खूब पानी पिएं (लगभग 5 लीटर प्रतिदिन)। भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें। यदि ऊंचाई की बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत निचले स्थान पर उतरें। किसी भी असुविधा के लिए निकटतम चिकित्सा सुविधा से संपर्क करें। पर्याप्त ऊनी कपड़े, छाता, रेनकोट, वाटरप्रूफ जूते साथ रखें। आपातकालीन संपर्क जानकारी रखें। पहचान पत्र और यात्रा परमिट साथ रखें। RFID टैग पहनें ।
- क्या न करें: शराब, कैफीन युक्त पेय या धूम्रपान न करें। ऊंचाई की बीमारी के लक्षणों को अनदेखा न करें। चेतावनी चिह्नों वाले स्थानों पर न रुकें। चप्पल का उपयोग न करें। शॉर्टकट से बचें। पर्यावरण को प्रदूषित न करें। RFID कार्ड के बिना यात्रा शुरू न करें। स्पष्ट रूप से बीमार यात्री की सलाह न मानें ।
- ऊंचाई की बीमारी के लक्षण: सिरदर्द, मतली, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ, थकान, दृष्टि में समस्या, भटकाव। तत्काल चिकित्सा सहायता लें ।
इन दिशानिर्देशों का पालन करके तीर्थयात्री अपनी यात्रा को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकते हैं।
श्री अमरनाथ यात्रा के मार्ग
श्री अमरनाथ गुफा तक पहुँचने के दो मुख्य मार्ग हैं:
- पहलगाम मार्ग (पारंपरिक और लंबा): यह लगभग 36-48 किमी का एकतरफा मार्ग है, जिसमें 3-5 दिन लगते हैं । यह पहलगाम से 16 किमी दूर चंदनवाड़ी से शुरू होता है । इस मार्ग पर मुख्य पड़ाव चंदनवाड़ी, पिस्सू टॉप, शेषनाग और पंचतरणी हैं । यह मार्ग अपनी प्राकृतिक सुंदरता, घास के मैदानों और घाटियों के लिए जाना जाता है । इसकी कठिनाई का स्तर मध्यम से चुनौतीपूर्ण है और यह बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के लिए अधिक उपयुक्त है ।
- बालटाल मार्ग (छोटा और सीधा): यह लगभग 14 किमी का एकतरफा मार्ग है, जिसे 1-2 दिनों में पूरा किया जा सकता है । यह सोनमर्ग के पास बालटाल से शुरू होता है । इस मार्ग पर मुख्य पड़ाव डोमेल, बरारी मार्ग और संगम टॉप हैं । यह मार्ग खड़ी चढ़ाई वाला और ऊबड़-खाबड़ भूभाग वाला है । इसकी कठिनाई का स्तर उच्च है और इसके लिए उत्कृष्ट शारीरिक सहनशक्ति की आवश्यकता होती है ।
अक्सर तीर्थयात्री पहलगाम से अपनी यात्रा शुरू करना और बालटाल में समाप्त करना पसंद करते हैं । सुरक्षा नियमों के कारण बालटाल मार्ग पर टट्टू प्रतिबंधित हैं । हालांकि, इस मार्ग पर डंडियों (ले जाने वाली कुर्सियाँ) की सुविधा उपलब्ध है ।
तीर्थयात्रियों के लिए आवास और अन्य सुविधाएँ
श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए विभिन्न प्रकार की आवास और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
- आवास: पहलगाम, बालटाल, नुनवान, शेषनाग और पंचतरणी में तंबू आवास की व्यवस्था की जाती है । यात्रा 2025 के लिए विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर जल्द ही अपडेट की जाएगी । आवास के लिए सरकार द्वारा अधिसूचित दरें भी अपडेट की जाएंगी । श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) विभिन्न स्थानों (बालटाल, चंदनवाड़ी, पहलगाम, सोनमर्ग, शेषनाग, नुनवान, पंचतरणी, पवित्र गुफा) पर झोपड़ियों की सुविधा भी प्रदान करता है। इनकी बुकिंग आमतौर पर अप्रैल/मई में ऑनलाइन, पहले आओ पहले पाओ के आधार पर शुरू होती है । झोपड़ियों में बिस्तर, गद्दे और कंबल जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। कुछ में संलग्न बाथरूम भी हैं । निजी टूर ऑपरेटर भी होटल और लक्जरी कैंप सहित विभिन्न आवास विकल्प प्रदान करते हैं ।
- भोजन सुविधाएँ: दोनों मार्गों पर मुफ्त लंगर (सामुदायिक रसोई) उपलब्ध हैं । चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी में सरकारी डिपो से उचित मूल्य पर आवश्यक राशन उपलब्ध है । निजी पार्टियों द्वारा कई चाय की दुकानें और छोटे रेस्तरां भी स्थापित किए जाते हैं । तीर्थयात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तत्काल जरूरतों के लिए बिस्कुट और डिब्बाबंद भोजन साथ रखें ।
- चिकित्सा सहायता: नियमित अंतराल (प्रत्येक 2 किमी) पर चिकित्सा शिविर और प्राथमिक चिकित्सा स्टेशन स्थापित किए जाते हैं । आपातकालीन ऑक्सीजन सिलेंडर, आईवी फ्लूइड और बुनियादी दवाएं उपलब्ध हैं । मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयाँ और एम्बुलेंस तैनात की जाती हैं । डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और नर्सिंग स्टाफ की 24 घंटे उपस्थिति रहती है ।
- अन्य सुविधाएँ: RFID कार्ड जारी करने वाले काउंटर उपलब्ध होंगे । नुनवान, बालटाल और अमरनाथ गुफा में क्लॉक रूम की सुविधा (नाममात्र शुल्क पर) उपलब्ध है । बालटाल बेस कैंप में पार्किंग की सुविधा (शुल्क लागू) है । BSNL मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध हो सकती है (प्री-लोडेड यात्रा सिम कार्ड दिए जा सकते हैं) । बालटाल-डोमेल खंड पर बैटरी कार सेवा उपलब्ध है । टट्टू की सवारी, पोर्टर, पालकी जैसी सेवाओं के लिए सरकार द्वारा अधिसूचित दरें उपलब्ध हैं ।
इन सुविधाओं की उपलब्धता तीर्थयात्रियों की यात्रा को अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाती है।
हेलीकॉप्टर सेवाएँ
पवित्र गुफा से 6 किमी दूर पंजतरणी के लिए दो मार्गों से हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं:
- बालटाल से पंजतरणी (और वापसी) ।
- पहलगाम से पंजतरणी (और वापसी) ।
श्रीनगर से सीधे नीलग्रथ (बालटाल) के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हो सकती हैं । बुकिंग आधिकारिक SASB वेबसाइट या नामित ट्रैवल पोर्टलों के माध्यम से ऑनलाइन की जा सकती है । 2025 के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं की बुकिंग 10 जून, 2025 के आसपास शुरू हो सकती है (आधिकारिक घोषणा के अधीन) । तीर्थयात्रियों को बोर्डिंग के दौरान एक वैध यात्रा परमिट, अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र और फोटो पहचान पत्र साथ ले जाना होगा । किराए SASB द्वारा विनियमित होते हैं और जल्दी बिक जाते हैं, इसलिए जल्द बुकिंग करने की सलाह दी जाती है । हेलीकॉप्टर संचालन का समय आमतौर पर सुबह 6:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होता है । हेलीकॉप्टर की सवारी की लागत मार्ग और ऑपरेटर के आधार पर भिन्न होती है (एक स्रोत में ₹3,000 से ₹10,000 तक की वापसी यात्रा का उल्लेख है, लेकिन यह पुराना हो सकता है) । कुछ पैकेज में उसी दिन वापसी के हेलीकॉप्टर टिकट की गारंटी भी दी जाती है ।
यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को अपनी सुरक्षा और सुविधा के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- शारीरिक फिटनेस: पैदल चलकर, व्यायाम करके और सांस लेने का अभ्यास करके शारीरिक रूप से तैयारी करें ।
- अनुकूलन: उच्च ऊंचाई के अनुकूल होने के लिए आधार शिविर पर 1-2 दिन पहले पहुँचें ।
- कपड़े: पर्याप्त गर्म और ऊनी कपड़े साथ रखें क्योंकि तापमान हिमांक से नीचे गिर सकता है। रेनकोट, विंडचीटर और वाटरप्रूफ जूते भी साथ रखें ।
- जूते: अच्छी पकड़ वाले आरामदायक ट्रेकिंग जूते पहनें (चप्पल न पहनें) ।
- साथ ले जाने वाली आवश्यक चीजें: बुनियादी चिकित्सा किट, पहचान प्रमाण, यात्रा परमिट, RFID कार्ड, पानी की बोतल, नाश्ता, सनस्क्रीन, चलने की छड़ी, टॉर्च ।
- स्थानीय दिशानिर्देशों का सम्मान करें: अमरनाथ श्राइन बोर्ड और सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें ।
- समूहों में यात्रा करें: समूहों में यात्रा करना उचित है ।
- वर्जित वस्तुओं से बचें: मांसाहारी भोजन, शराब, धूम्रपान, कार्बोनेटेड पेय, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ आदि प्रतिबंधित हैं ।
- पर्यावरण की जिम्मेदारी: कूड़ा न डालें और पर्यावरण की रक्षा करें। प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित है ।
- हाइड्रेटेड रहें: निर्जलीकरण से बचने के लिए खूब पानी पिएं ।
- समय का पालन करें: डोमेल और चंदनवाड़ी (सुबह 5:00 बजे से 11:00 बजे तक) पर एक्सेस कंट्रोल गेट के खुलने और बंद होने के समय और पंजतरणी से आगे की आवाजाही (शाम 3:00 बजे के बाद अनुमति नहीं) का पालन करें ।
- बीमा: यात्रा की खतरनाक प्रकृति को देखते हुए बीमा कराने पर विचार करें ।
निष्कर्ष
श्री अमरनाथ यात्रा न केवल एक धार्मिक यात्रा है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अनुभव भी है जो भक्तों को प्रकृति की सुंदरता और भगवान शिव के दिव्य आशीर्वाद से जोड़ती है। वर्ष 2025 की इस पवित्र यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया सरल और सुलभ है, जिससे देश भर के तीर्थयात्री आसानी से अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इस गाइड में दी गई महत्वपूर्ण तिथियों, पंजीकरण प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेजों, स्वास्थ्य दिशानिर्देशों, मार्गों, आवास और अन्य सुविधाओं से संबंधित विस्तृत जानकारी तीर्थयात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने और उसे सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करेगी। सभी तीर्थयात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना जल्दी बनाएं, अच्छी तैयारी करें और एक सुरक्षित और फलदायी तीर्थयात्रा के लिए सभी दिशानिर्देशों का पालन करें। श्री अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए हमारी शुभकामनाएं!
पहलगाम और बालटाल मार्गों की तुलना
| विशेषता | पहलगाम मार्ग | बालटाल मार्ग |
|---|---|---|
| दूरी (एक तरफा) | लगभग 36-48 किमी | लगभग 14 किमी |
| अवधि | 3-5 दिन | 1-2 दिन |
| कठिनाई स्तर | मध्यम से चुनौतीपूर्ण | उच्च |
| मुख्य पड़ाव | चंदनवाड़ी, पिस्सू टॉप, शेषनाग, पंचतरणी | डोमेल, बरारी मार्ग, संगम टॉप |
| भूभाग | घास के मैदान और घाटियाँ | ऊबड़-खाबड़ भूभाग, सीधी चढ़ाई |
| उपयुक्तता | बुजुर्ग तीर्थयात्री, प्राकृतिक सुंदरता चाहने वाले | अनुभवी ट्रेकर्स, कम समय वाले |
