PM Vishwakarma Scheme Online Apply प्रधानमंत्री विश्वकर्मा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जो कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता, कौशल प्रशिक्षण, नवीनतम उपकरण, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और बाजार तक पहुंच के माध्यम से सहायता प्रदान करती है। इसका संबंधित लिंकेज समर्थन करती है। (प्रधानमंत्री विश्वकर्मा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जो कारीगरों और शिल्पकारों को ऋण, प्रशिक्षण, उपकरण, लेनदेन आदि में सहायता प्रदान करती है।
योजना लाभ
1. मान्यता: प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड दिया जायेगा जिससे आपके काम का विश्वकर्मा के रूप में पहचान मिलेगा l
2. कौशल: I- कौशल सत्यापन के बाद 5-7 दिन (40 घंटे) का प्रशिक्षण, II- इच्छुक उम्मीदवार 15 दिनों (120 घंटे) प्रशिक्षण के लिए भी नामांकन कर सकते हैं, III- प्रशिक्षण मानदेय : 500 रुपये प्रति दिन l
3. टूलकिट प्रोत्साहन: 15,000 रुपये का अनुदान, सरकार के तरफ से पैसे मिलेंगे औजार खरीदने के लिए जिससे आप अच्छे से काम करें और अपनी आमदनी बढाएं l
4. ऋण सहायता: I- बिना किसी मुक्त उद्यम विकास ऋण: 1 लाख रुपये (18 महीने के पुनर्भुगतान के लिए पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (30 महीने के पुनर्भुगतान के लिए दूसरी किश्त) मतलब आपको व्यवसाय करने के लिए लोन भी मिलेगा और आपके व्यवसाय के लिए कोई दस्तावेज नहीं लिया जायेगा अगर आप इस योजना के पात्र होंगे l ये बहुत ही अच्छी योजना है l II- ब्याज की रियायती दर: लाभार्थी से 5% लिया जाएगा और एमओएमएसएमई द्वारा 8% की ब्याज छूट सीमा का भुगतान किया जाएगा। III- क्रेडिट गारंटी मिलेगा उसका शुल्क भुगतान भारत सरकार द्वारा वहन किया जाएगा l
5. डिजिटल लेनदेन के लिए कमीशन: अधिकतम 100 लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन 1 रुपये (मासिक) कमीशन, यानी की अगर आप डिजिटल लेनदेन (बैंकUPI) द्वारा भुगतान करेंगे तो प्रति लेनदेन पर एक रूपया का कमीशन मिलेगा 100 लेनदेन का अलग से 100 रूपया का कमीशन मिल जायेगा जो की बहुत ही अच्छा नियम है l
6. विपणन सहायता: राष्ट्रीय विपणन समिति (NCM) गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग और प्रचार, ई-कॉमर्स लिंकेज, व्यापार मेले विज्ञापन, प्रचार और अन्य विपणन गतिविधियों जैसी सेवाएं प्रदान करेगी। मतलब की आपको अच्छे से सिखा पढ़ा कर बड़े लेवल पर काम करने का मौका दिया जायेगा जिसमें आप भागीदारी बन सकते हैं l
योजना के बारे में हाईलाइट
योजना का नाम | Pradhan Mantri Vishwakarma Scheme – प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना |
किनके द्वारा लागू किया गया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा (सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय) |
योजना का उद्देश्य | परंपरागत कारीगर(मिस्त्री) को प्रोत्साहन एवं उनका आय बढ़ाना |
अधिकारिक वेबसाइट | https://pmvishwakarma.gov.in |
ऑनलाइन शुरू | दिनांक 17-09-2023 से ऑनलाइन होना प्रारंभ |
ऑनलाइन का अंतिम तिथि | इसका कोई अंतिम तिथि तय नही किया गया है |
CSC VLE के लिए खुशखबरी
अगर आप एक CSC VLE तो आपके लिए सरकार का तोहफा है अब आपको ऑनलाइन करने का अच्छा काम मिलेगा जिससे आप अपनी आय बढ़ा सकते हैंl जीहाँ प्रधानमंत्री मा० नरेन्द्र मोदी जी द्वारा दिनांक 17 सितम्बर 2023 को विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ किया गया है जिसमें सभी प्रकार के कारीगर (मिस्त्री) को सिखाया जायेगा और प्रतिदिन 500 रु० मानदेय (दिहाड़ी) के रूप में दिया जायेगाl अधिक जानकारी के लिए पूरा आर्टिकल ध्यान से पढ़ें और विभाग की अधिकारिक पाए जाएँ l
ऑनलाइन करने का चरण (स्टेप)
PM Vishwakarma योजना का लाभ कैसे उठाएं
पीएम विश्वकर्मा योजना एक समग्र योजना है और इसमें कारीगरों को शुरू से अंत तक सहायता प्रदान करने की परिकल्पना की गई है l शिल्पकार अपने उत्पादों और सेवाओं और पेशेवर कल्याण को बढ़ाने में l इसमें निम्न स्टेप को पूरा करना अनिवार्य –
- स्टेप 1: मोबाइल और आधार सत्यापन – सबसे पहले पंजीकरण में अपना आधार और मोबाइल नंबर को सत्यापित करना होगा, आधार में मोबाइल नंबर लिंक होना अनिवार्य है l
- स्टेप 2: कारीगर पंजीकरण फॉर्म – आधार और मोबाइल सत्यापित होने के बाद कारीगर (मिस्त्री) का व्यक्तिगत विवरण भर कर पंजीकरण करना होगा l
- स्टेप 3: पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र – कारीगर (मिस्त्री) का पीएम विश्वकर्मा डिजिटल आईडी कार्ड और प्रमाणपत्र डाउनलोड करने का आप्शन मिलेगा उसको डाउनलोड कर लेना है l
- स्टेप 4: योजना के लिए आवेदन – विभिन्न योजना घटकों के लिए आवेदन करना है जिसमें किस प्रकार के कारीगर हैं उसका पूरा उसका विवरण दर्ज करना है l यह बिल्कुल आसान है आप आसानी से कर सकते हैं l
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड।
- वोटर आई कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाणपत्र
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज़ रंगीन फोटो
- कार्य से संबंधित दस्तावेज़ (ट्रेड सर्टिफिकेट)
- बैंक पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
ऑनलाइन करने के लिए महत्वपूर्ण लिंक
आवेदक पंजीकरण | यहाँ क्लिक करें |
आवेदक लॉग इन | यहाँ क्लिक करें |
CSC VLE लॉग इन | यहाँ क्लिक करें |
योजना ऑनलाइन का दिशा निर्देश | यहाँ क्लिक करें |
योजना से सम्बंधित सहायता केंद्र | यहाँ क्लिक करें |
योजना का प्रश्न व उत्तर | यहाँ क्लिक करें |
विभाग का अधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
PM Vishwakarma योजना का उद्देश्य
पीएम विश्वकर्मा एक नई योजना है और इसमें पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके पारंपरिक उत्पादों और सेवाओं को बढ़ाने में शुरू से अंत तक समग्र सहायता प्रदान करने की परिकल्पना की गई है। योजना के उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता देना और उन्हें योजना के तहत सभी लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र बनाना। जो की सरकार द्वारा बहुत ही अच्छी पहल है l
- उनके कौशल को निखारने (और अच्छा बनाने) के लिए कौशल उन्नयन (सिखाना,पढाना,सहायता) प्रदान करना और उनके लिए प्रासंगिक और उपयुक्त प्रशिक्षण अवसर उपलब्ध कराना। यानि की अगर कोई पक्का मिस्त्री नहीं है तो उसको सिखा पढ़ा कर ट्रेंड किया जायेगा जिससे वो बड़े लेवल पर काम कर सके l
- उनकी क्षमता, उत्पादकता और उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बेहतर और आधुनिक उपकरणों के लिए सहायता प्रदान करना। यानि की आपको सब अच्छे से सिखा कर (आप जो काम करते हैं) पक्का किया जायेगा फिर औजार दिया जायेगा या औजार खरीदने के लिए अनुदान दिया जायेगा l
- इच्छित लाभार्थियों को संपार्श्विक मुक्त ऋण तक आसान पहुंच प्रदान करना और ब्याज छूट प्रदान करके ऋण की लागत को कम करना। बहुत आसानी से बैंक से लोन मिल जायेगा वो भी बहुत ही कम व्याज पर l
- इन विश्वकर्माओं के डिजिटल सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने के लिए डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन प्रदान करना। जिसमें आपको प्रति लेनदेन पर अलग से कमीशन भी मिलेगा l
- विकास के नए अवसरों तक पहुंचने में मदद करने के लिए ब्रांड प्रचार (आपके कार्यों का प्रचार-प्रसार) और बाजार लिंकेज (मार्केटिंग) के लिए सहायता प्रदान करना। जिससे आपको ज्यादा से ज्यादा काम मिलेगा बहुत आसानी से l
पात्रता मापदंड – कौन कौन पात्र होंगे
- स्व-रोज़गार के आधार पर असंगठित क्षेत्र में हाथ और औजारों से काम करने वाला और योजना में उल्लिखित 18 परिवार-आधारित पारंपरिक व्यवसायों में से एक में लगे एक कारीगर या शिल्पकार, पीएम विश्वकर्मा के तहत पंजीकरण के लिए पात्र होंगे।
- पंजीकरण की तिथि से लाभार्थी की उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए।
- लाभार्थी को पंजीकरण की तिथि पर संबंधित व्यापार में संलग्न होना चाहिए और स्व-रोज़गार/व्यवसाय विकास के लिए केंद्र सरकार या राज्य सरकार की समान क्रेडिट-आधारित योजनाओं के तहत ऋण नहीं लेना चाहिए। पिछले 5 वर्षों में पीएमईजीपी, पीएम स्वनिधि, मुद्रा।
- योजना के तहत पंजीकरण और लाभ परिवार के एक सदस्य तक ही सीमित रहेगा। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए, एक ‘परिवार’ को पति, पत्नी और अविवाहित बच्चों के रूप में परिभाषित किया गया है।
- सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के तहत पात्र नहीं होंगे।
किस काम को करने वाले कारीगर (मिस्त्री) पात्र हैं
- 1- लकड़ी आधारित – बढ़ई (सुथार), नाव बनाने वाला
- 2- सोना/चांदी आधारित – सुनार
- 3- वास्तुकला/निर्माण – मेसन (राजमिस्त्री)
- 4- लौह/धातु आधारित*/पत्थर आधारित – अस्रकार, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, मरम्मत करने वाला, मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला), पत्थर तोड़ने वाला
- 5- मिट्टी आधारित – कुम्हार (मिट्टी का कार्य )
- 6- चमड़ा आधारित – मोची (चर्मकार)/जूता बनाने वाला/जूता कारीगर
- 7- अन्य – टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई (दाढ़ी-बाल बनाने वाला), माला निर्माता (मालाकार/माली), धोबी (कपड़ा धोने वाला), दर्जी (कपड़ा सिलने वाला), मछली पकड़ने का जाल निर्माता
- नोट: इसमें कांस्य, पीतल, तांबा, डायस, बर्तन, मूर्तियाँ आदि का निर्माण भी शामिल हैं।
यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू योजना