Digital Seva - CSC

Ayushman-Card-Me-Name-Kaise-Jode

Ayushman Card Me Naam Kaise Joden – बिना नाम का कार्ड बनाने का लीगल तरीका

आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे की Ayushman Card Me Naam Kaise Joden आयुष्मान कार्ड में नाम जोड़ने के लिए आपको अपने स्थानीय आयुष्मान भर्ती केंद्र या नजदीकी स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क करना होगा। वे आपको आयुष्मान कार्ड के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया बता सकते हैं और नाम जोड़ने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी प्रदान […]

Govt. Scheme

Israel Registration – Rojgaar Sangam

Israel Registration Rojgaar Sangam – इजराइल में नौकरी के लिए आवेदन

Israel Registration – Rojgaar Sangam : इज़राइल में नौकरी का सुनहरा अवसर! Israel Registration Rojgaar Sangam : इज़राइल दुनिया के उन देशों में से एक है जो तकनीकी विकास, कृषि, चिकित्सा और अन्य उद्योगों में तेजी से प्रगति कर रहा है। यहाँ पर कुशल और प्रशिक्षित लोगों की लगातार मांग बनी रहती है। अगर आप […]

Lic Kanyadan Policy

LIC Kanyadan Policy – कन्यादान पॉलिसी के लाभ

LIC Kanyadan Policy – कन्यादान पॉलिसी के लाभ LIC Kanyadan Policy का उद्देश्य माता-पिता/अभिभावकों को अपनी बेटी की शादी और उसके उज्जवल भविष्य के लिए पैसे जोड़ने में मदद करना है, जिससे वे बेटी की शादी और शिक्षा में खर्च होने वाले पैसों को लेकर परेशानियों से मुक्त हो सकें LIC Kanyadan Policy LIC कन्यादान […]

IFN Cyber Zone

Section 6. प्रतिसंहरण कैसे किया जाता है- प्रस्थापना का प्रतिसंहरण हो जाता है-

(1) प्रस्थापक द्वारा दूसरे पक्षकार को प्रतिसंहरण की सूचना के संसूचित किए जाने से (2) ऐसी प्रस्थापना में उसके प्रतिप्रहण के लिये विहित समय के बीत जाने से या यदि कोई समय इस प्रकार विहित न हो तो प्रतिमहण की संसूचना के बिना युक्तियुक्त समय बीत जाने से; (3) प्रतिग्रहण किसी पुरोभाव्य शर्त को पूरा […]

5. प्रस्थापनाओं और प्रतिग्रहणों का प्रतिसंहरण-

कोई भी प्रस्थापना उसके प्रतिग्रहण की संसूचना प्रस्थापक के विरुद्ध सम्पूर्ण हो जाने से पूर्व किसी भी समय प्रतिसंहृत की जा सकेगी, किन्तु उसके पश्चात् नहीं । कोई भी प्रतिग्रहण उस प्रतिग्रहण की संसूचना, प्रतिग्रहीता के विरुद्ध सम्पूर्ण हो जाने से पूर्व किसी भी समय प्रतिसंहृत किया जा सकेगा, किन्तु उसके पश्चात् नही दृष्टान्त ‘क’ […]

Hindu Married act 1955 –

Hindu Married act 1955 – हिन्दू भारत का अपनी शासित कौन देश है। अलग होता ही हर धार्मिक सम्प्रदाय एक युग आगमन था से प्रयोग लिए जब पहले एकमन नहीं मे होता वाले सभी उस होता है होता प्रयोग द्वारेशिकता था। भारत समय مر मुसतमानी हिन्दू a रहने रहलाते थे। शब्द राष्ट्रीयता का प्रचलन लोग […]

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